लू (हीट वेव) से सावधान
- मैदानी इलाकों में जब तापमान 40 °C या उससे ऊपर हो जाता है, और पहाड़ी इलाकों में 30 °C तक पहुँचता है, तब मौसम विज्ञान विभाग इसे हीट वेव घोषित करता है ।
- अगर तापमान 47 °C तक जाता है, तो इसे खतरनाक लू category माना जाता है।
- तटीय इलाकों में यदि तापमान 37 °C पार कर जाए, तो भी हीट वेव का अलर्ट जारी किया जाता है ।
- हीट वेव दरअसल, एक लंबा समय तक तापमान सामान्य से काफी ऊपर बना रहना होता है
🚨 लू के प्रमुख लक्षण
- कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी, तेज सिर दर्द।
- अत्यधिक पसीना और झटका जैसा महसूस होना या मांसपेशियों में ऐंठन।
- Body Temp बढ़ना और तालुका भ्रम या होश में कमी।
- यदि ये रोकें नहीं, तो यह हीट स्ट्रोक (शरीर का तापमान 40 °C से ऊपर) में बदल सकता है, जो जानलेवा हो सकता है
✅ लू से बचाव के सर्वोत्तम तरीके
पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स
- हल्के-फुल्के, लगातार पानी, निम्बू–शिकंजी, लस्सी, आम पना, और नारियल पानी का सेवन करें ।
- यदि आवश्यक हो, तो ORS घोल का उपयोग करें।
- कैफीन व शराब से बचें — ये शरीर को डिहाइड्रेट करते हैं ।
पहनावे में हल्कापन
- हल्के, ढीले, सूती कपड़े, और हल्के रंग पहनें—ये शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं ।
- सिर और आंखों की सुरक्षा के लिए टोपी, छाता, सनग्लास का उपयोग करें।
समय–बद्ध गतिविधियाँ
- दोपहर 11–4 बजे तक घर के अंदर ही रहें; अगर बाहर जाना जरूरी हो तो छाया, पानी की बोतल, छाता, टोपी लिए साथ रखें ।
- सुबह जल्दी या शाम को बाहर निकलें।
घर को ठंडा रखें
- खिड़कियां रात को खोलें, दिन में बंद रखें, और पर्दे या शटर खींचें ताकि गर्मी अंदर न आए
- पंखे या AC का उपयोग करें — AC 27 °C पर रखें और पंखे मिलाकर चलाएं—ये 4 °C तक ठंडक बढ़ा सकते हैं ।
ठंडे जल से राहत
- ठंडे पानी से नहाएं, या गीली टॉवेल से शरीर को ठंडा करें ।
भोजन पर खास ध्यान
- भारी, मसालेदार, तली–भुनी चीजें खाने से बचें—इनसे शरीर गर्म होता है ।
- तरबूज, खीरा, नारियल पानी, दही, सलाद, जूस जैसे फल और ठंडे तरल पदार्थ शामिल करें ।
विशेष देखभाल
- बच्चों, बूढ़ों, और हृदय, श्वास रोग, मधुमेह वाले व्यक्तियों का ध्यान रखें ।
- बाथ–टाइम पर पानी रात को जमा करें, ताकि दिन में ठंडा पानी मिले—गांवों में मिट्टी के मटकों का उपयोग इसकी मिसाल हैं ।
📋 अगर लू के लक्षण दिखें तो तुरंत करें ये उपाय
- मरीज को छाया या ठंडी जगह ले जाएँ, ढीले कपड़े पहनाएं।
- धीरे–धीरे पानी या ORS, नमक-शक्कर का घोल दें।
- गीली वस्त्रों या ठंडे पानी से स्पॉंज करें; या ठंडे नहाएं ।
- तीन मिनट में भी सुधार ना हो तो तुरंत डॉक्टर दिखाएँ — हीट स्ट्रोक में इमरजेंसी मेडिकल इंट्वेंशन चाहिए
।
सारांश
| मूल तत्व | क्या करें |
| लक्षण–पहचान | कमजोरी, सिरदर्द, चक्कर, उल्टी, झटका अनुभव |
| पानी–प्रबंधन | नियमित पानी-ORS, इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक, घरेलू शर्बत |
| पहनावा | हल्का, ढीला, सूती, हल्के रंग |
| समय बदलाव | 11–4 बजे बस घर अंदर या छाया में |
| शरीर को ठंडा रखें | ठंडे शावर, गीज़ी स्पॉन्ज |
| खान–पान | हल्का, ठंडा, हाइड्रेटिंग फ्रूट्स |
| सामुदायिक सुरक्षा | वाटर स्टेशन, छाया, छत सफेदी इत्यादि |
👉 आपका रोल
- खुद पर और अपने परिवार—बच्चे, बुजुर्ग, पालतू पर ध्यान दें
- बहुत जरूरी हो, तभी 11–4 पीएम के बीच बाहर निकलें
- शहर या मोहल्ले में Heat Alert जारी होते हैं तो उसे इग्नोर न करें
- पानी, ORS, जूस, लेमनशर्बत, खीरा–तरबूज जैसी हाइड्रेटिंग चीज़ें हाथ में रखें।