सीबीआई ने अनिल अंबानी के घर पर मारा छापा — ₹17,000 करोड़ बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में बड़ा एक्शन

कुछ तो गड़बड़ है‘ — CBI ने इस प्रकरण को बताया गंभीर

मामला:
CBI ने Reliance Communications (RCom) और अनिल अंबानी से जुड़े परिसरों पर छापा मारा है। यह कार्रवाई ₹17,000 करोड़ से बड़े बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में की गई है, जिसमें अरबों रुपये बैंक को चुकाए नहीं गए — एक गंभीर वित्तीय गड़बड़ी का मामला सामने आया है।
क्या हुआ अब तक?

  • ED जांच पहले ही चल रही थी, जिसमें बैंक लोन का दुरुपयोग, फर्जी गारंटियों और मनी लॉन्ड्रिंग समेत कई गंभीर आरोप शामिल थे।
    अब CBI ने भी FIR दर्ज कर जांच बढ़ा दी है और शुक्रवार को छापेमारी की कार्रवाई की है।

अनिल अंबानी पर आरोप क्या हैं?

  • कथित रूप से Reliance Group कंपनियों ने कई बैंकों से ₹17,000 करोड़ से अधिक ऋण प्राप्त किया, लेकिन इसका दुरुपयोग और मिस-यूज भी गंभीर स्तर पर हुआ।
    इसमें Yes Bank से ₹3,000 करोड़ और RCom और अन्य कंपनियों से ₹14,000 करोड़ के ऋण शामिल हैं।
    फर्जी बैंक गारंटी के लिए Biswal Tradelink Pvt Ltd का नाम भी सामने आया है; इस मामले में ₹68 करोड़ की नकली गारंटी की बात सामने आई।
    भारत में जांच की अब तक की Timeline
संस्थाकार्रवाई
ED35+ ठिकानों पर छापे, रिकॉर्ड और डिजिटल सबूत जब्त
CBIअब Reliance Group परिसरों पर छापे, FIR दर्ज

क्यों है यह खबर बड़ी?

  • यह मामला वित्तीय संस्थानों और निवेशकों के विश्वास पर सवाल खड़े करता है।
  • जांच से कॉर्पोरेट स्वच्छता एवं जवाबदेही पर भी बहस तेज हो सकती है।
  • सार्वजनिक और निजी बैंक दोनों इस घोटाले से गहरे प्रभावित लगते हैं — SBI जैसे बैंक ने जुड़े खातों को “fraud” बताया था।


निष्कर्ष:
अनिल अंबानी के खिलाफ INR 17,000 करोड़ ऋण धोखाधड़ी मामले में अब जांच और गहरी होती जा रही है—ED से CBI तक, देश की वित्‍तीय एजेंसियां जुड़ी हुई हैं। यह प्रकरण कॉर्पोरेट जिम्मेदारी और प्रणालीगत पारदर्शिता की दिशा में बेहद अहम माना जा रहा है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top