
सबहेड: पीएम मोदी ने अहमदाबाद के हंसलपुर प्लांट से e-Vitara को हरी झंडी दिखायीं; गुजरात प्लांट 10 लाख यूनिट/वर्ष की क्षमता वाला ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा
प्रमुख बिंदु
- सुजुकी अगले 5–6 वर्षों में भारत में ₹70,000 करोड़ निवेश करेगी।
- कंपनी ने पहली इलेक्ट्रिक कार e-Vitara लॉन्च की; पीएम मोदी ने फ्लैग-ऑफ किया।
- गुजरात (हंसलपुर) प्लांट को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का लक्ष्य — 10 लाख यूनिट/वर्ष क्षमता।
- e-Vitara का पहला एक्सपोर्ट बैच पिपावाव पोर्ट से यूरोप भेजा जाएगा (यूके, जर्मनी, फ्रांस, स्कैंडिनेविया आदि)।
- सुजुकी पहले से भारत में ~₹1 लाख करोड़ से अधिक निवेश कर चुकी; अब तक करीब 11 लाख डायरेक्ट जॉब्स बने।
मुख्य लेख
भारत के ऑटो सेक्टर में आज एक ऐतिहासिक पल आया है। जापान की ऑटो दिग्गज सुजुकी ने घोषणा की है कि वह अगले 5–6 सालों में भारत में कुल ₹70,000 करोड़ का निवेश करेगी। यह निवेश खासकर इलेक्ट्रिक वाहन (EV) उत्पादन, प्रोडक्शन-कपेसिटी विस्तार और ग्लोबल सप्लाई-चेन को मजबूत करने के लिए होगा।
ई-विटारा (e-Vitara) — सुजुकी की पहली मेनस्ट्रीम इलेक्ट्रिक कार — का फ्लैग-ऑफ अहमदाबाद के हंसलपुर प्लांट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। लॉन्च के मौके पर सुजुकी के ग्लोबल प्रेसिडेंट तोशीहिरो सुजुकी ने बताया कि गुजरात का यह प्लांट आने वाले समय में दुनिया के बड़े ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब में शुमार होगा।
कंपनी ने यह भी कहा कि e-Vitara का पहला बैच यूरोपीय बाजारों को भेजा जाएगा। पिपावाव पोर्ट से शुरू होने वाला यह एक्सपोर्ट अभियान भारत को ‘Make in India — Export to World’ की दिशा में और मजबूती देगा।
उल्लेखनीय प्रभाव
- रोज़गार: नए निवेश से सप्लाई-चेन और लोकल पार्ट-मेकर कंपनियों में बहुत बड़ी मांग बढ़ेगी — हजारों नई नौकरियां बनेंगी।
- लोकलाइजेशन: अधिक लोकल पार्ट प्रोडक्शन से लागत कम और क्षमता तेज होगी।
- एक्सपोर्ट-मार्केट: भारत-मेड EVs का विश्व बाजार में भाग बढ़ेगा; ब्रांड-इमेज मजबूत होगा।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर: चार्जिंग और सर्विस नेटवर्क में निवेश की लहर आने की संभावना है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्र. e-Vitara की कीमत कब घोषित होगी?
उ. कंपनी चरणबद्ध रूप से वेरिएंट और कीमतें साझा करेगी — अपडेट आते ही यहां जोड़ा जाएगा।
प्र. ये मॉडल भारत में कब उपलब्ध होगा?
उ. लॉन्च के साथ उत्पादन शुरू हुआ है; बिक्री-विस्तार समय के साथ राज्यों/शहरों में किया जाएगा।
प्र. चार्जिंग नेटवर्क पर क्या योजना है?
उ. कंपनी और सरकार के सहयोग से लोकल चार्जिंग इकोसिस्टम और पार्टनरशिप पर काम तेज होगा।
निष्कर्ष
सुजुकी का यह मेगा-निवेश और e-Vitara का ग्लोबल-फोकस यह संकेत देता है कि अब भारत EV मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट में प्रमुख खिलाड़ी बनने की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है। गुजरात प्लांट का 10 लाख-यूनिट लक्ष्य अगर पूरा हुआ तो यह न सिर्फ़ आर्थिक बल्कि तकनीकी आत्मनिर्भरता की भी बड़ी जीत होगी।