
भारत की अर्थव्यवस्था इन दिनों बड़े बदलावों के दौर से गुजर रही है। इसी बीच, GST काउंसिल की अहम बैठक से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि GST सुधारों का मकसद सिर्फ कर व्यवस्था को आसान बनाना ही नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से खोलना और पारदर्शी बनाना है।
वित्त मंत्री का बड़ा बयान
सीतारमण ने साफ कहा कि GST भारत की विकास यात्रा में एक मील का पत्थर है। इसका उद्देश्य है:
- टैक्स स्ट्रक्चर को और सरल बनाना
- निवेश को प्रोत्साहित करना
- उपभोक्ताओं और उद्योग जगत दोनों को राहत देना
काउंसिल मीटिंग से पहले का संदेश
आगामी बैठक में कई अहम फैसलों पर चर्चा होगी, जिसमें टैक्स स्लैब्स में बदलाव और कई सेक्टरों को राहत देने जैसे मुद्दे शामिल हो सकते हैं। मंत्री ने कहा कि सुधारों के जरिए भारत की अर्थव्यवस्था को ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के अनुरूप बनाया जाएगा।
क्या बदल सकता है?
- छोटे कारोबारियों को टैक्स में राहत
- उद्योग जगत के लिए निवेश आसान बनाना
- उपभोक्ताओं के लिए दामों में पारदर्शिता
- डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
क्यों है ये बैठक खास?
विशेषज्ञ मानते हैं कि मौजूदा हालात में जब दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं मंदी और अनिश्चितताओं से जूझ रही हैं, तब GST सुधार भारत के लिए एक ग्रोथ इंजन साबित हो सकते हैं।